दुर्ग / “समाचार विवरण:दुर्ग शहर के सुभाष नगर वार्ड क्रमांक 42 में स्थित फिल्टर प्लांट की हाल ही में सफाई करवाई गई और ट्रांसफार्मर की मरम्मत का कार्य भी किया गया। लेकिन इसके बावजूद भी इलाके के लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा है।
नलों से आ रहा पानी मटमैला और गंदा है, जैसा कि तस्वीर में साफ़ देखा जा सकता है।स्थानीय निवासियों का कहना है कि गर्मी के मौसम में जब पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है, तब उन्हें इस तरह का अशुद्ध और बदबूदार पानी मिल रहा है। अभी तो बारिश भी नहीं शुरू हुई है, और अगर यही स्थिति रही तो बरसात में हालात और भी खराब हो सकते हैं।लोगों को पीने, नहाने और खाना बनाने जैसे जरूरी कार्यों के लिए इस गंदे पानी का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
डायरिया, पीलिया, त्वचा रोग और अन्य जलजनित बीमारियों का फैलना तय माना जा रहा है।
स्थानीय जनता प्रशासन से पूछ रही है — जब फिल्टर प्लांट की सफाई और ट्रांसफार्मर की मरम्मत हो चुकी है, तो फिर पानी की गुणवत्ता इतनी खराब क्यों है? यदि इस दूषित पानी के कारण कोई बीमार होता है, तो उसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा?वार्डवासियों ने नगर निगम और संबंधित अधिकारियों से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।