कन्या शाला की छात्राओं ने बनाये मिट्टी के गणेश प्रतिमाएं -दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

*कन्या शाला की छात्राओं ने बनाये मिट्टी के गणेश प्रतिमाएं -दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

कबीरधाम / विविध विषयों पर चित्रकला और मांडल प्रदर्शनी का हुआ भी शानदार आयोजन छत्तीसगढ़ राज्य के 25वीं वर्षगांठ पर रजत जयंती के अवसर पर नगर के कन्या हायर सेकंडरी विद्यालय में शनिवार को मूर्ति कला प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । छात्राओं के रचनात्मक एवं सृजनात्मक प्रतिभाओं को विकसित करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कक्षा 6वीं से कक्षा 12वीं तक की अनेक छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ प्रतियोगिता में सम्मिलित होकर मिट्टी के बहुत ही आकर्षक गणेश की मूर्तियां बनाये एवं दीप प्रज्वलित कर फूलों से सजावट भी किये । मिट्टी के गणेश – अभियान से प्रेरित होकर लगभग 30 छात्राओं ने मिट्टी के गणेश प्रतिमाएं बनाई और संकल्प लिया कि उनका विसर्जन वे कृत्रिम कुंड या गमले में ही करेंगे जिससे पर्यावरण की सुरक्षा की जा सके और उन्होने विघ्नहर्ता श्री गणेश जी से सद्बुद्धि और सद्भावना के लिए प्रार्थना की ।

ईको क्लब एवं सांस्कृतिक प्रभारी शिक्षिका शैल बिसेन ने इस आयोजन हेतु छात्राओं को मार्गदर्शन दिया और प्रेरित करते हुए कहा कि मिट्टी से मूर्ति बनाकर यदि उन्हें नदी और तालाब में भी विसर्जित करें तो भी जल प्रदूषित नहीं होगा जबकि खतरनाक रसायन युक्त रंग और प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी हुई प्रतिमा हमारे जल स्रोत को लगातार दूषित करते जा रहे हैं इसलिए हम सभी को यह शपथ लेना चाहिए कि पर्यावरण की संरक्षण के लिए हमें मिट्टी के ही प्रतिमा बनानी चाहिए ।

*चित्रकला और मांडल प्रदर्शनी के माध्यम से शैक्षणिक, सामाजिक प्रेरणादायक संदेश दिये गये – रजत जयंती वर्ष 2025 के थीम पर हमारे शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, तकनीकी, संस्कृति, पर्यावरण संरक्षण , सामाजिक, सांस्कृतिक समस्याओं से संबंधित आकर्षक चित्रों और आधुनिक मार्केटिंग व ब्यूटी वेलनेस के मांडल की प्रदर्शनी आयोजित की गई।

चित्रकला के रंगों द्वारा छात्राओं ने अपनी भावनाओं और प्रतिभाओं को बखूबी प्रदर्शित किया। सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री दीपक ठाकुर एवं बी..आर.सी. श्री अर्जुन चंद्रवंशी जी ने छात्राओं कै आयोजित प्रदर्शनी की बहुत सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ साथ रचनात्मक गतिविधियों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है।

संस्था के प्राचार्य एन.के. एक्का ने सभी छात्राओं के रचनात्मक प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों के उत्साह में वृद्धि व उनकी छिपी हुई प्रतिभाएं सामने आती है ।

इस प्रतियोगिता के आयोजन में आर.के. मेहरा . सी. पी. डाहिरे,मानसिंह यादव, तिवारी लाल चेल्से, एकता सिंह ,भारती सिंह एवं स्टाफ सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का पूरा योगदान रहा ।

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