भिलाई में सनसनीखेज वारदात: अंडा रोल बेचने वाले दो सगे भाइयों का अपहरण…

भिलाई में सनसनीखेज वारदात: अंडा रोल बेचने वाले दो सगे भाइयों का अपहरण…

भिलाई/ 12 सितंबर 2025: छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। कैंप-1 सुभाष चौक पर अंडा रोल बेचने वाले दो सगे भाइयों का अचानक अपहरण हो गया। इस वारदात ने स्थानीय निवासियों में दहशत फैला दी है।

प्रारंभिक जांच में पुलिस को ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े कुछ संदिग्ध लिंक मिले हैं, जिसके चलते इस घटना के पीछे साइबर अपराध या जुआ-संबंधी साजिश की आशंका जताई जा रही है।अपहरण की घटना: देर रात दुकान से गायब हुए भाई प्राप्त जानकारी के मुताबिक, दोनों भाई—जिनकी पहचान अभी गोपनीय रखी गई है—रोजाना की तरह देर रात तक अपनी सड़क किनारे लगी छोटी दुकान पर अंडा रोल बेच रहे थे।

रात करीब 11 बजे के आसपास वे अचानक लापता हो गए। परिजनों ने सुबह होते ही खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। स्थानीय लोग बताते हैं कि घटनास्थल के निकट एक संदिग्ध वाहन दिखा था, जो उत्तर प्रदेश का नंबर प्लेट वाला था। इससे शक पैदा हुआ है कि यह अपहरण किसी बाहरी राज्य की पुलिस एजेंसी या अपराधी गिरोह द्वारा किया गया हो सकता है।

ऑनलाइन गेमिंग का संदिग्ध कनेक्शन: साइबर ठगी का जाल?पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती पूछताछ और डिजिटल साक्ष्यों से पता चला है कि दोनों भाई ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स में सक्रिय थे। हाल ही में लागू ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 के तहत रियल-मनी गेम्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगने के बाद भी कुछ अवैध ऐप्स के जरिए सट्टेबाजी और ठगी के मामले बढ़े हैं।

संभावना है कि भाई इन ऐप्स से जुड़े किसी बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क का हिस्सा रहे हों, या उन्होंने अनजाने में किसी ठग गिरोह को नुकसान पहुंचाया हो। इसी साल की शुरुआत में छत्तीसगढ़ के भिलाई में ही एक ऑनलाइन गेमिंग फ्रॉड का मामला सामने आया था, जहां 34 लाख रुपये के लेन-देन में फर्जीवाड़ा हुआ था। पुलिस अब इस दिशा में गहन जांच कर रही है।पुलिस की तत्परता: सीसीटीवी फुटेज और इंटरस्टेट कोऑर्डिनेशन भिलाई सिटी कोतवाली पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल अपहरण का केस दर्ज कर लिया है।

थाना प्रभारी ने बताया, “हम सभी संभावित एंगल्स पर काम कर रहे हैं, जिसमें सीसीटीवी फुटेज की स्कैनिंग, मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग और ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स की जांच शामिल है।” उत्तर प्रदेश पुलिस से भी संपर्क साधा गया है ताकि वाहन का ट्रेस हो सके। फिलहाल, भाइयों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं, लेकिन डिजिटल फॉरेंसिक टीम सक्रिय है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× How can I help you?