जिले में ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ से बनेगी ग्राम विजन प्लान-2030कलेक्टर गोपाल वर्मा ने कुकदूर में ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर की विकास पर चर्चा
कवर्धा, 30 सितंबर 2025।कबीरधाम जिले में अनुसूचित जनजाति परिवारों के समग्र विकास के लिए चलाए जा रहे आदि कर्मयोगी अभियान के तहत ग्राम विजन योजना-2030 तैयार की जा रही है। इस योजना का उद्देश्य गांवों को उनकी जरूरतों और उपलब्ध संसाधनों के अनुसार विकसित करना है, ताकि आने वाले वर्षों में हर ग्राम आत्मनिर्भर और समृद्ध बन सके।

इसी कड़ी में कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने आज पंडरिया विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम कुकदूर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ चौपाल में जमीन पर बैठकर चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों, महिला स्व-सहायता समूहों और स्वयंसेवी संगठनों को बताया कि विकास योजनाओं का निर्माण गांव की भागीदारी से ही प्रभावी और समावेशी बन सकता है।ग्रामीणों ने बताईं जरूरतें, कलेक्टर ने दिए निर्देश चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने गांव की प्रमुख समस्याओं व आवश्यकताओं पर बात रखी, जिनमें शामिल थीं—स्वच्छ पेयजल की सुविधा पक्की सड़क निर्माणप्राथमिक विद्यालय की समुचित व्यवस्था24 घंटे डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवाएंमहतारी सदन निर्माणसामुदायिक वन संसाधन पत्रनदी पर पुल निर्माण24 घंटे बिजली आपूर्ति और नया ट्रांसफार्मर कलेक्टर वर्मा ने इन सभी मांगों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा कि गांव की जरूरतें अब स्वयं ग्रामवासी तय करेंगे, जिन्हें विजन प्लान में सम्मिलित किया जाएगा।
275 गाँव होंगे लाभान्वितकलेक्टर ने बताया कि जिले के 275 गांव इस अभियान से लाभान्वित होंगे, जिनमें शामिल हैं—बोड़ला ब्लॉक के 226 गांवपंडरिया के 41 गांवसहसपुर-लोहारा के 7 गांवकवर्धा ब्लॉक का 1 गांवअभियान में 17 मंत्रालयों की 25 गतिविधियाँ जोड़कर शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, आजीविका, परंपराओं के संरक्षण और स्थानीय संसाधनों के विकास को केंद्र में रखा गया है।तीन स्तंभों पर आधारित है योजनाकलेक्टर ने बताया कि आदि कर्मयोगी अभियान तीन प्रमुख स्तंभों पर आधारित है—
1️⃣ आदि कर्मयोगीराज्य से पंचायत स्तर तक के अधिकारी, जो योजनाओं का अभिसरण, संस्थागत सहयोग और उत्तरदायी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हैं।
2️⃣ आदि सहयोगीडॉक्टर, शिक्षक, युवा और शिक्षित आदिवासी, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, नवाचार और जागरूकता को बढ़ावा देते हैं।
3️⃣ आदि साथीस्वयं सहायता समूह, जनजातीय बुजुर्ग, ग्रामीण और सामुदायिक सूत्रधार, जो स्थानीय परंपराओं व सामाजिक संगठन को सुदृढ़ करते हैं।समावेशी विकास और परंपराओं का संरक्षण कलेक्टर वर्मा ने कहा कि ग्राम विजन योजना पूरी तरह से स्थानीय सहभागिता, संसाधनों के उपयोग और सांस्कृतिक संरक्षण पर आधारित होगी।
इस पहल से न केवल आधारभूत संरचनाओं का विकास होगा, बल्कि जनजातीय समुदाय की परंपराओं और ज्ञान को संजोते हुए सतत और समावेशी विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजय त्रिपाठी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास लक्ष्मी पटेल, मनरेगा कार्यक्रम अधिकारी, वन विभाग के रेंजर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।