ग्राम अंजोरा में कल्याणी इस्पात संयंत्र की जनसुनवाई सफल, रोजगार और विकास की नई राह

राजनांदगांव/ क्षेत्रीय कार्यालय छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल, भिलाई द्वारा दिनांक 28 अगस्त 2025 को ग्राम अंजोरा में कल्याणी इस्पात लिमिटेड के प्रस्तावित विस्तार परियोजना के लिए लोक सुनवाई आयोजित की गई। कंपनी द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव के अनुसार, ग्राम कोपेडीह एवं अंजोरा, तहसील एवं जिला राजनांदगांव में स्थापित इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट की क्षमता 0.4785 MTPA से बढ़ाकर 0.9285 MTPA फिनिश्ड स्टील प्रोडक्ट तथा क्रूड स्टील की क्षमता 0.466 MTPA से 2.012 MTPA करने का प्रस्ताव है। साथ ही परियोजना क्षेत्रफल का विस्तार 38.68 हेक्टेयर से बढ़ाकर 84.021 हेक्टेयर तक करने की अनुमति मांगी गई है।लोक सुनवाई का आयोजन शासकीय भूमि मिनी स्टेडियम (चुनाव मैदान), खसरा नं. 569/3 स्थित ग्राम अंजोरा, पटवारी हल्का नं. 62, तहसील व जिला राजनांदगांव में किया गया। यह सुनवाई प्रातः 11 बजे से प्रारंभ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।इस दौरान पर्यावरणीय प्रभाव, स्थानीय रोजगार, प्रदूषण नियंत्रण एवं औद्योगिक विकास से जुड़े बिंदुओं पर चर्चा की गई। ग्रामीणों ने अपनी आपत्तियां और सुझाव भी प्रस्तुत किए। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि प्राप्त सुझावों और आपत्तियों को पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु उच्च स्तरीय समिति को भेजा जाएगा।

राजनांदगांव जिले के ग्राम अंजोरा में कल्याणी समूह के इस्पात संयंत्र निर्माण के संबंध में आयोजित जनसुनवाई में ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह जनसुनवाई क्षेत्रीय पर्यावरण विभाग, भिलाई के द्वारा संपन्न कराई गई। कार्यक्रम में ग्राम अंजोरा एवं कोपेडीह के सरपंच, पूर्व सरपंच शैलेश साहू, जिला पंचायत सदस्य प्रिया साहू, जनपद सदस्य नंद कुमार साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

ग्रामीणों की सकारात्मक भूमिका जनसुनवाई के दौरान कुछ लोगों ने पर्यावरण संबंधी चिंताएँ अवश्य व्यक्त कीं, परंतु संयंत्र प्रबंधन ने पूरी स्पष्टता और जिम्मेदारी के साथ आश्वासन दिया कि—संयंत्र से निकलने वाले धुएं और अपशिष्ट पदार्थों को नवीनतम तकनीक से नियंत्रित किया जाएगा।क्षेत्र के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने हेतु 60,000 से अधिक पेड़-पौधे लगाए जाएंगे।

आसपास के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। संयंत्र के संचालन से हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त होगा।विकास की ओर कदम ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने संयंत्र स्थापना का समर्थन करते हुए कहा कि यह उद्योग ग्रामीण अंचल की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। खेती-किसानी के साथ-साथ लोगों को रोज़गार मिलेगा और गाँव से पलायन भी रुकेगा।

निष्कर्ष जनसुनवाई का वातावरण उत्साहजनक और सकारात्मक रहा। क्षेत्र के अधिकांश लोगों ने इसे रोजगार, स्वास्थ्य और हरियाली की नई पहल मानते हुए उद्योग की स्थापना का समर्थन किया।कल्याणी समूह का यह इस्पात संयंत्र राजनांदगांव जिले में उद्योग और पर्यावरण संरक्षण का संतुलित उदाहरण बनने की ओर अग्रसर है।

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