एनएचएम कर्मचारियों की प्रदेश स्तरीय बैठक राजधानी में सम्पन्न,
33 जिला अध्यक्ष सहित प्रांतीय टीम उपस्थित, हड़ताल लिखित आदेश तक जारी रखने का निर्णय
दुर्ग/ छ.ग.प्रदेश एन.एच.एम कर्मचारी संघ के बैनर तले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारियों की हड़ताल लगातार 26 वें दिन भी जारी है, दुर्ग जिलाध्यक्ष डॉ आलोक शर्मा ने जानकारी दी कि आंदोलन की स्थिति और आगे की रणनीति को लेकर प्रदेश के सभी 33 जिलों के जिलाध्यक्षों एवं प्रांतीय पदाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक रायपुर के गुरु घासीदास प्लाजा में प्रदेश अध्यक्ष डॉ अमित मिरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई,बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नियमितीकरण, ग्रेड पे सहित 10 सूत्रीय मांगों पर सरकार द्वारा लिखित आदेश जारी होने तक आंदोलन निरंतर जारी रहेगा,ज्ञात हो कि 18 अगस्त 2025 से जिला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन पिछले 26 दिन से जारी है।
बीते 20 वर्षों से बिना सामाजिक सुरक्षा, नौकरी की सुरक्षा और न्यूनतम वेतनमान के कार्य करने के बावजूद सरकार कर्मचारियों की मांगों पर संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है।प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी एवं प्रदेश प्रवक्ता पूरन दास ने कहा कि> “कोरोना काल सहित सभी आपात स्थितियों में एनएचएम कर्मियों ने अपनी सेवाएँ दीं। आज भी सुदूर ग्रामीण, वनांचल और शहरी क्षेत्रों में सीमित साधनों व कम वेतन पर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। बावजूद इसके, सरकार ने सकारात्मक निर्णय लेने के बजाय कर्मचारियों पर कार्यवाही करना शुरू कर दिया है।
यदि समय रहते नियमितीकरण और ग्रेड पे की फाइल पर सकारात्मक निर्णय लिया जाता तो प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट की यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।”प्रदेश महासचिव कौशलेश तिवारी ने कहा कि, यह आंदोलन 20 वर्षो से एनएचएम कर्मचारियों के लंबित एवं मूलभूत मांगो के लिए है जिन्हें सरकार को तत्काल पूरा करना चाहिए और अड़ियल रैवैया को छोड़ कर सकरात्मक निणर्य लेना चाहिए।
एनएचएम कर्मचारी संघ ने सरकार से आग्रह किया है कि माननीय मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री तत्काल हस्तक्षेप कर 10 सूत्रीय मांगों पर सकारात्मक निर्णय लें जिससे बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर आ सके।
आज दुर्ग में नियमित रोटी/अनियमित रोटी का अंतर दिखाने किया गया नुक्कड़ सभा हड़ताल के 26 वे दिन आज दुर्ग धरना स्थल में नियमित कर्मचारियो को मिल रही सुविधा और अनियमित कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधा,के अंतर को दिखाने नुक्कड़ सभा के माध्यम से सरकार को दिखाने का प्रयाश किया गया।
