दुर्ग में ऐतिहासिक निर्णय — पद्मश्री डॉ. सुरेंद्र दुबे के नाम पर होगा प्रमुख मार्ग का नामकरण
दुर्ग, 31 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नगर पालिक निगम दुर्ग की महापौर परिषद (एमआईसी) बैठक में एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। महापौर श्रीमती अलका बाघमार की अध्यक्षता और आयुक्त सुमित अग्रवाल की उपस्थिति में हुई इस बैठक में जेल तिराहा (अटल परिसर) से पुलगांव रोड तक के मार्ग का नामकरण सुप्रसिद्ध हास्य कवि एवं पद्मश्री सम्मानित डॉ. सुरेंद्र दुबे के नाम पर किए जाने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई।

महापौर अलका बाघमार ने कहा कि डॉ. सुरेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ के ऐसे साहित्यकार हैं, जिन्होंने अपनी लेखनी और हास्य-व्यंग्य की अनूठी शैली से प्रदेश का गौरव राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया है। उनके नाम पर सड़क का नामकरण किया जाना पूरे शहर के लिए सम्मान और गर्व की बात है।आयुक्त सुमित अग्रवाल ने कहा कि यह निर्णय नगर निगम की उस भावना का प्रतीक है जिसमें साहित्य, कला और संस्कृति के सभी क्षेत्रों को समान सम्मान दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर यह निर्णय साहित्यकारों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि और सम्मान का प्रतीक है।एमआईसी सदस्यों ने कहा कि इस तरह के निर्णय शहर की सांस्कृतिक पहचान को मजबूत बनाते हैं और नई पीढ़ी को अपने साहित्यकारों के योगदान से परिचित कराते हैं।
बैठक में एमआईसी सदस्य नरेंद्र बंजारे, लीना दिनेश देवांगन, शेखर चंद्राकर, काशीराम कोसरे, ज्ञानेश्वर ताम्रकार, मनीष साहू, शिव नायक नीलेश अग्रवाल, लीलाधर पाल, शशि साहू, उपायुक्त मोहेंद्र साहू, कार्यपालन अभियंता विनीता वर्मा, गिरीश दीवान, आर.के. जैन, प्रकाश चंद थावानी, दुर्गेश गुप्ता, रेवाराम मनु, आर.के. बोरकर सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।शहर के साहित्यकारों और बुद्धिजीवियों ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि नगर निगम का यह कदम दुर्ग की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान को नई ऊंचाई देगा।
