श्रेष्ठ योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश, मेधावी अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को मिलेगी निशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

“श्रेष्ट योजना” के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश, मेधावी अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को मिलेगी निशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षाछत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अनुसूचित जाति के मेधावी विद्यार्थियों को निजी आवासीय विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण और निशुल्क शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से “श्रेष्ट योजना (SHRESHTA)” के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु सभी जिलों को निर्देश जारी किए गए हैं।

यह योजना भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा संचालित है, जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा (NETS) के माध्यम से विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।इस योजना के अंतर्गत देशभर के उत्कृष्ट निजी आवासीय विद्यालयों में चयनित विद्यार्थियों को कक्षा 9वीं अथवा 11वीं से 12वीं तक की शिक्षा पूर्णतः निशुल्क प्रदान की जाएगी। शिक्षण शुल्क एवं छात्रावास व्यय का संपूर्ण वहन भारत सरकार द्वारा सीधे विद्यालयों को किया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों के अभिभावकों पर किसी प्रकार का आर्थिक भार नहीं पड़ेगा।

आवेदन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2025 तक चलेगी तथा परीक्षा का आयोजन दिसंबर 2025 में संभावित है।इसी क्रम में कलेक्टर कबीरधाम श्री गोपाल वर्मा के निर्देशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी श्री एफ.आर. वर्मा द्वारा जिले के सभी विभागीय अधिकारियों, जिला मिशन समन्वयक, सहायक संचालक, कार्यक्रम समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारियों एवं स्त्रोत समन्वयकों की बैठक दिनांक 24 अक्टूबर 2025 को अपराह्न जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई।बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री वर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले के प्रत्येक विद्यालय में अभिभावक बैठक एवं कक्षा सभा आयोजित कर विद्यार्थियों को योजना की जानकारी दी जाए तथा अधिक से अधिक पात्र विद्यार्थियों को निर्धारित तिथि से पूर्व आवेदन कराने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक गण विद्यार्थियों को NETS परीक्षा की तैयारी में सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान करें, ताकि समाज के वंचित वर्ग के बच्चे शिक्षा के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकें।मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता वर्ष के संदर्भ में विद्यालयों की नियमित मॉनिटरिंग, शैक्षिक गुणवत्ता परख, प्राथमिक स्तर पर बारहखड़ी अध्यापन, लेखन कौशल पर विशेष ध्यान देने एवं परीक्षा परिणाम उन्नयन की रणनीति पर भी चर्चा की गई।

स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव द्वारा भी सभी जिलों को “श्रेष्ट योजना” के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु निर्देशित किया गया है, ताकि शासन की यह महत्वाकांक्षी पहल अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के भविष्य को नई दिशा देने में मील का पत्थर साबित हो सके।कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के मार्गदर्शन और जिला शिक्षा अधिकारी श्री एफ.आर. वर्मा के नेतृत्व में जिले में “श्रेष्ट योजना” को लेकर विद्यार्थियों एवं अभिभावकों में जागरूकता बढ़ाई जा रही है। यह योजना न केवल शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर उपलब्ध कराएगी, बल्कि सामाजिक न्याय एवं समावेशी शिक्षा की भावना को भी सशक्त करेगी।

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